Google Earth App ने ढूंढ निकाली 22 साल से गुमशुदा कार और लाश ?


आज हम टेक्नोलॉजी की वह सभी बातें करते हैं, जिस तरीके से दुनिया में तरक्की हो रही है। टेक्नोलॉजी को लेकर हर रोज एक ना एक नई नई चीजें सामने आ रही हैं। टेक्नोलॉजी की सच्चाई की इससे बड़ी मिसाल आपको कहीं नहीं मिलेगी। जो आज मैं आपको कहानी सुनाने जा रहा हूं,की टेक्नोलॉजी का फायदा कैसे–कैसे होता है। एक गूगल अर्थ नामक एप है, जिसके बारे में आप सब जानते हैं। गूगल तो हम सभी इस्तेमाल करते हैं। लेकिन उसको द्वारा दुनिया के अलग-अलग जगहों पर गूगल अर्थ के माध्यम से पहुंचा जा सकता है। वैसे तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा भी है। लेकिन यह कहानी गूगल अर्थ को कैसे हीरो बनाती है, और कैसे चमत्कार होता है, उसी पर आधारित यह पूरी कहानी है।


बात आज से कभी करीब 22 से 23 साल पुरानी हैएक 40 वर्षीय शख्स था William Moldt जो अमेरिका के फ्लोरिडा शहर के पास एक वेलिंगटन के आइसलैंड में रहा करता था। वह 7 नवंबर 1997 को शाम 7.30 बजे के करीब अपने घर से निकलता है। एक बीयर बार में जाता है। शराब पीने के लिए उसके बाद वह वहां से शराब पीने के बाद बाहर निकलता है। ऐसा भी नहीं था कि वह बहुत ज्यादा नशे में होता है। उसके बाद रात 9:30 के आसपास अपनी गर्लफ्रेंड को फोन करता है। और कहता है, कि थोड़ी देर के बाद मैं घर आ रहा हूं, तुमसे मिलने के लिए और इतना कहकर फोन रख देता है। और गर्लफ्रेंड भी उसके आने का वेट कर रही होती है। और वही उसके मां-बाप थे वह भी इसका घर आने का इंतजार कर रहे होते है।

रात को टाइम में ज्यादा हो जाता है, लेकिन यह घर नही पहुंचता है, घरवालों को भी ज्यादा परेशानी नहीं हुई उन्हें लगा कि वो अपने कुछ अपने दोस्तों के साथ होगा या फिर अपनी गर्लफ्रेंड के पास रुक गया होगा। और 7 नवंबर की रात ऐसे ही बीत जाती है। William Moldt घर नही पहुंचता और अब दूसरे दिन 8 नवंबर की तारीख आती है, 8 नवंबर को भी जब यह दिन भर घर नहीं पहुंचता है, तो घर वालों को भी फिक्र होने लगती है। क्यों की उसका मोबाइल भी काम नहीं कर रहा था। अंत में बहुत खोजने के बाद जब उसका कोई अता पता नहीं मिलता है, तो घर वाले वेलिंगटन में ही एक पुलिस स्टेशन है, वहां पर उसकी मिसिंग की रिपोर्ट लिखा देते हैं। 


रिपोर्ट लिखाने के बाद पुलिस ढूंढती है, पता करती है, और उस बार में भी जाती है, जहां पर वह आखिरी बार देखा गया था। तो वहां के स्टाफ से पता चलता है, कि वह वहां से रात के करीब 11:30 बजे ही निकल गया था। और ठीक-ठाक था और वह अपनी गाड़ी में बैठ कर खुद ही ड्राइव करके निकल गया बाहर तक सही सलामत बार से कार में जाते हुए भी वहां के लोगों ने देखा। 

कैसे लापता हुआ William Moldt.

पाम बीच कंट्री शेरिफ कार्यालय के अनुसार, विलियम ने कार ड्राइविंग के दौरान अपनी कार पर से नियंत्रण खो दिया और वही उसके घर के नजदीक कार लेकर तालाब में चला गया, जहां डूबने से उसकी मौत हो गई।

लेकिन उसके बाद William Moldt का कोई पता नहीं चला फ्लोरिडा और वैलिंगटन में पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की रिपोर्ट लिखने के बाद जहां-जहां उसके जो जानकार हो सकते थे वहां वहां गए उन्होंने उस पूरे रास्ते को खंगाला जहां से वह गुजरा था। उसकी गर्लफ्रेंड से भी पूछताछ हुई और उसने कहा कि वह बार से निकलने के बाद मेरे पास आने वाला था। उसके बाद गर्लफ्रेंड के पूरे रास्ते को भी खंगाला लेकिन कहीं भी विलियम का कोई पता नहीं चला पुलिस अपनी कोशिश में लगी रही अभी तक महीने से साल बीत गए लेकिन William Moldt का कोई भी सुराग नहीं मिलता।


देखा जाय तो इससे पहले भी फ्लोरिडा में ऐसे कई हादसे हुए थे की फ्लोरिडा में बहुत सारे नौजवान घर से निकल जाते हैं। कई तो ऐसे होते थे,की कि मां-बाप को भी फर्क नहीं होता था की कहां चला गया है। लेकिन यह मामला कुछ अलग था क्यों की William Moldt का पिछला रिकॉर्ड भी सब कुछ ठीक-ठाक था, और इसके पहले कभी भी घर से इतने दिनों के लिए गायब नहीं हुआ था। अब घर वालों को भी चिंता होने लगी और उन्हें लगने लगा की उसके साथ कोई ना कोई बुरा हादसा हो गया होगा। 

लेकिन हादसे का कोई सुबूत भी नहीं मिला पुलिस ने भी पूरी कोशिश कर ली लेकिन कोई जानकारी नहीं। वहां की पुलिस भी थक हारकर केस को ठंडे बस्ते में डाल देती है, यानी बंद कर देती है। और यूं ही वक्त बीतता गया और देखते देखते 22 साल बीत गए। लेकिन इन 22 सालो में अब तक उसका कोई सुराग नहीं मिला। और William Moldt की गुमशुदगी एक राज बनकर रह गई कोई सुराग नहीं कोई जानकारी नहीं ना William Moldt मिला और नाही उसकी गाड़ी। 


अब कहानी में ट्विस्ट आता है।
 
इसी अमेरिका वेलिंगटन के ग्रीन आइसलैंड में एक शख्स रहता था, और उसने वहां काफी वक्त गुजारा लेकिन फिर उसके बाद वह आइसलैंड से निकलकर वेलिंगटन के ही कहीं एक दूसरे इलाके में जाकर बस गया था। एक दिन उसे लगा कि अपने पुराने इलाके और पुराने घर को देखा जाए ढूंढा जाए क्या वहां सब कुछ अब कैसा है, और इस वक्त वहां पर कौन लोग हैं, तो जब इस शख्स ने उस घर को छोड़ा था जिसमें रहता था उसमें एक कोई नए लोग आकर रहने लगे थे।  

तब तक टेक्नोलॉजी काफी विकसित हो चुकी थी। उसने सोचा चलो गूगल अर्थ पर जाकर अपना घर देखते हैं, की अब उस घर में कौन लोग हैं। और उसके जरिए वहां के पड़ोसी से संपर्क भी करते हैं, यह सारी चीजें उसके मन में थी आमतौर पर हम सभी के साथ यह होता है, की हमे अपना घर छोड़कर रोजी-रोटी की तलाश में दूर दराज कहीं जाना पड़ता है। तो वह भी यही सब जानने की लिए की जहां मेरा बचपन बीता अब वहां का क्या हाल है कैसा माहौल है पड़ोसी कैसे हैं। घर अब कैसा है नक्शा कैसा है यह सारी चीजें हम सभी के दिमाग में आती है, और हम उन पुराने दौर में लौट जाते हैं।


यही सब ख्वाहिश उसके मन में भी थी यहीं सब जानने के लिए उसने गूगल एप्स के जरिए अपने घर को दिनांक: 7 अगस्त 2019 को उस लोकेशन तक पहुंच गया जहां पर वह पहले रहता था। Google Earth के जरिए सारे घर देखता रहा और उसी घर के पास एक तालाब है, वो तालाब उसकी बचपन की यादें थी। उसने वहां की हर एक चीज को जूम कर–कर के देखना शुरू किया जब उस तालाब में झूम करके देखा तो उसे अचानक उसके स्क्रीन पर उस तालाब के अंदर एक कार जैसी कोई चीज नजर आ रही थी। 

उसे यह सब देखकर बड़ी हैरत हुई फिर उसे लगा कि नहीं कुछ और होगा शायद कुछ लोहे का प्लेट या कुछ और फिर उसने हर एंगल से झूम करके देखा तो उसे लगा कि इस तालाब के अंदर एक कार है। अब इसके आगे उसे क्या करना है, कुछ नहीं मालूम लेकिन यह है, कि उसके लिए अब यह कोई साधारण बात नही थी, की जिस तालाब के किनारे हम घंटों अपना समय बिताते थे आज उसी तालाब में एक कार है।


"पाम बीच काउंटी शेरिफ कार्यालय ने दी: 12 अगस्त, 2019 को उन्होंने डूबने वाली कार को "Heavily Calcified" के रूप में वर्णित किया और मेडिकल परीक्षक के कार्यालय द्वारा जांच के बाद, वह कंकाल 40 वर्षीय विलियम मोल्ड्ट होने की पुष्टि की गई।"

उसने फौरन बाद जो उस घर में इसके छोड़ने के बाद रह रहे थे। उसके पड़ोसी को फोन किया क्योंकि वह पड़ोसी बचपन से वही थे। उनसे कांटेक्ट करने के बाद कहा कि मैंने गूगल ऐप के जरिए अपने इलाके के पुरे नक्शे को देखा जूम कर–कर के तुम्हारे घर के सामने जो तालाब है। उस तालाब के अंदर मुझे एक कार नजर आ रही है। यह बात जब पड़ोसी ने सुनी तो उसे बड़ी हैरत हुई कि मैं तो इतने सालों से यहां हूं। मैं आज तक इस तालाब के पास से बहुत बार गुजरा हूं, लेकिन मुझे तो तालाब में कभी कोई कार जैसी कोई चीज दिखाई नहीं दी। तब उसे विश्वास दिलाने के लिए मैंने कुछ इमेजेस भेजी कुछ पड़ोसी को कुछ मेरे फ्रेंड को इसके बाद वेरीफाई करने के लिए मेरे दोस्त के पास एक प्राइवेट ड्रोन है। 

उस इलाके में आमतौर पर लोग ड्रोन रखते हैं, और उसके लिए बकायदा कानूनी इजाजत ली हुई होती थी, पहले तो उसके दोस्त ने जाकर सारे तालाब को देखा देखने की कोशिश की लेकिन कहीं पर कोई कारण नजर नहीं आया और तालाब के बीच जाकर देखना मुमकिन नहीं था तब तरीका यह था कि उसने अपने प्राइवेट ड्रोन के जरिए कैमरे को ऊपर उड़ा कर झूम करके देखा तो उसे एक जगह अचानक कार की इमेज दिखाई देती है। इस तालाब के अंदर एक कार है और किसी पड़ोसी को मालूम ही नहीं जबकि वहां सैकड़ों घर है, और ऐसा भी नहीं कि वह तलाब कोई सुनसान जगह पर है। लोग वहां पर सुबह शाम जाते हैं बैठते हैं टहलते है। उसे यकीन हो गया था कि वाकई तालाब में कार है।  


"यह फोटो 2007 से Google Earth एप पर से दिखाई दे रही थी"

इसकी जानकारी वह वहां के पुलिस को जाकर देता है। और कहता है की मेरे एक पुराने पड़ोसी ने मुझे फोन किया और कहा की उसने गूगल अर्थ एप की मदत से तालाब का एक इमेज देखा और उस तालाब के अंदर एक कार मिली उसके बाद मैंने अपने प्राइवेट ड्रोन से उसको चेक किया और मुझे भी मेरे ड्रोन के कैमरे में तालाब के नीचे तलहटी में एक कार नजर आ रही थी। पुलिस भी उसकी बात को सुनकर चौंक उठती है। इसके बाद पुलिस अपनी पूरी टीम को लेकर तालाब पर पहुंचती हैं। इसके बाद तमाम दूसरे कर्मचारियों को भी बुलाया जाता है, इमेज के हिसाब से जहां पर कार देखी गई थी। 

उसी जगह कार को बाहर निकालने के लिए लोगों को तलाब में भेजा जाता है। और खोजने के बाद सच में तालाब के नीचे एक कार थी कार को ऊपर खींचकर बाहर निकाला जाता है। और कार को बाहर निकालने के बाद पुलिस की नजर कार के नंबर प्लेट पर पड़ती है। खोजने के बाद वह नंबर विलियम का था जो दिनांक: 7 नवंबर 1997 को गायब हुआ था और जिसके बारे में कभी कोई जानकारी नहीं मिली थी। एक तो वह कार 22 साल तक पानी के अंदर रहने के बाद पूरी तरह से जंग लगकर उसके दरवाजे जाम हो गए थे। और शीशे के जरिए कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। इसलिए कार के दरवाजे को Iron कटर की मदत से काटकर जब अंदर देखा तो ड्राइवर की सीट पर कंकाल पड़ा हुआ मिला।


और उस नंबर प्लेट से यह लग रहा था कि वह कंकाल विलियम का है। जो 22 साल पहले कार सहित गायब हो गया था। लेकिन अभी भी यह शक था कि क्या वाकई में यह कंकाल William Moldt का ही है। यह कैसे पता किया जाए तो सबसे पहले पुलिस ने कंकाल बाहर निकाला इसके बाद उसकी जांच की गई अब उसकी जांच के लिए उसका डीएनए जरूरी था। फिर इनके फैमिली से कांटेक्ट किया गया। लेकिन फैमिली ने तो William Moldt के गायब होने के बाद वह जगह छोड़ दी थी।

और फिर पुलिस ने इस बारे में गहराई तक इंक्वायरी की लेकिन पुलिस को अभी भी शक था कि आखिर 7 नवंबर 1997 को यह कार तालाब तक पहुंची कैसे क्यों की वहां पहुंचना नामुमकिन है। लेकिन कुछ समय बाद पुलिस ने यह अंदाजा लगाया कि 7 नवंबर 1997 को बार से निकलने के बाद शायद विलियम ज्यादा नशे में हो और तालाब के पास एक मोड़ पर उसका कार पर से नियंत्रण बिगड़ जाने की वजह से William Moldt तालाब के अंदर गाड़ी लेकर चला गया हो और कार के अंदर ही फस गया होगा। एक तो नशे की वजह और धीरे-धीरे डूबने के कारण दम घुटने से उसकी मौत हो गई हो। और समय के साथ–साथ आहिस्ता आहिस्ता कार उस तालाब के नीचे तलहटी में पहुंच गई। लेकिन कमाल की बात यह है, कि कार के तालाब में उतरने की ना तो किसी ने आवाज सुनी ना गिरने की आवाज सुनी और नहीं कोई चश्मदीद था। उस समय की जिसने यह सब देखा हो।


ताज्जूब की बात तो यह है, की William Moldt की लाश कार समेत उसके घर से मुश्किल से 200 से 300 मीटर की दूरी पर तालाब के अंदर पड़ी थी। लेकिन 22 सालो तक किसी को पता भी नहीं चल पाया। अंत में यह हुआ कि उस कंकाल का अंतिम संस्कार उसके रिश्तेदारों ने पूरी रीति रिवाज के साथ करके एक तरह से सुकून ही पाया। लेकिन 22 साल तक एक कार एक तालाब के अंदर एक लाश के साथ पड़ी रही और किसी को खबर नहीं हो पाई। यह अपने आप में शायद दुनिया की पहली घटना है। ऐसी किसी घटना की दूसरी कोई मिसाल नहीं मिली आज तक। 

अंततः टेक्नोलॉजी भी क्या चीज है, एक शख्स इस इलाके से सैंकड़ों मील दूर बैठा हुआ है, और वह अपने कंप्यूटर पर और गूगल अर्थ करता है। क्यों की वह अपने इलाके को सिर्फ देखने की ख्वाहिश रखता है। और उत्साह पूर्वक वह उस तालाब तक जाता है, जिस तालाब के आसपास में उसने अपना बचपन गुजारा था। उस दिन ना मालूम क्या सोचकर उस तालाब को देखने के लिए कैमरे को झूम करता है। और झूम करते ही उसे तालाब में एक कार दिखाई देती है।


और वह वही कार है, जो 22 साल पहले एक व्यक्ति William Moldt के साथ लापता हुई थी। लेकिन दुनिया में ऐसी चीजें होती हैं, ऐसे चमत्कार होते हैं। यह सिर्फ सुना था लेकिन अब देख भी लिया। तो गूगल अर्थ ने कैसे एक 22 साल से खोए हुए शख्स का पता दे दिया बेशक वह जिंदा ना मिला मुर्दा मिला लेकिन कम से कम उसकी लाश तो मिलकर उसके फैमिली वाले तक पहुंच तो गई।

मेरी राय….

यह दुनिया की अजीबो गरीब कहानी जो अमेरिका के फ्लोरिडा स्टेट के वेलिंगटन इलाके की थी। जब मुझे यह पहली बार पता चला तो मैं भी उसको सुनकर दंग रह गया कि दुनिया में भी क्या-क्या हो सकता है। एक शख्स जो 22 साल पहले खो गया था। उसको गूगल ऐप के जरिए ढूंढा गया था। ये कहानी अपने आप में अजीब थी कि 22 साल से एक कार में बंद एक शख्स और तालाब के अंदर और उस तालाब में से उस कार को खोज कर निकाल लेता है। वो भी इंटरनेट के जरिए।
वाह रे इंटरनेट तेरी माया भी अजीब है।

अब आप बताओ कि यह कहानी आपको कैसी लगी अगर आपको यह कहानी अच्छी लगी तो नीचे कमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद 🙏






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अपना किमती समय निकालकर यह आर्टिकल पढ़ने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं। 🙏