सागर एक अनसुलझा रहस्य– सभी के मन में एक बार तो यह सवाल आया ही होगा की आखिर समुंद्र की गहराई कितनी है। और समुन्द्र के अंदर कौन कौन से जीव रहते है। पुरानी कहावत हैं, कि दुनिया हमारी सोच से भी बहुत बड़ी है। लेकिन क्या आप जानते है, की समुद्र पृथ्वी से भी विशाल और गहरा है।
तो आइये आज हम आपको इसी समुंद्र की गहराई के बारे में बताते हैं, कि आखिरकार समुंद्र कितना गहरा है, और समुन्द्र में कौन रहते है, रहने का मतलब समुंद्री जीवो से है। क्योकि एक आम इंसान तो समुंद्र के इतने गहराई तक नहीं पहुंच सकता है।
समुंद्र कितना गहरा है, आइए एक उदाहरण से समझ लेते है, की अगर पूरी धरती को समुद्र में डाल दिया जाए, तो पूरी की पूरी पृथ्वी समुंद्र में डूब सकती है। आपको दिखाई भी नही देगी।
यह बात तो आपको पता ही होगी कि पृथ्वी का ¾ हिस्सा पानी में डूबा हुआ है। और ¼ हीहिस्से में सिर्फ सलिइन इसलिए आज हम आपको समुंद्र की गहराई के बारे में ऐसा कुछ बताएंगे की जिसकी कल्पना आपने कभी अपने ख्यालों में भी नहीं की होगी।
साधारणतः जब हम समुद्र के 40 मीटर की गहराई तक जाते हैं, तो वहां हम स्कूबा डाइविंग कर सकते हैं। लेकिन जब हम 40 से और अधिक गहराई तक यानी 73 मीटर तक की गहराई में जाते हैं, तो समुद्र उतना गहरा होता जाता है। मानो जैसे की ताजमहल को समुद्र में उल्टा डाल दिया हो। ताज्जुब की बात तो यह है, कि इससे भी गहराई में जाकर हरबर्ट नितस्च नाम के एक तैराक ने समंदर की कुल 214 मीटर गहराई को एक ही सांस में तय किया।
वैसे ही एक और तैराक अहमद गब्बर ने भी समंदर में 332 मीटर गहराई तक जाकर एक रिकॉर्ड बनाया था। लेकिन आपको बता दें हम आप जितना सोच भी नहीं सकते समुद्र उससे कहीं अधिक गहरा होता है। ( एक कहावत याद आ रही धरती से आसमान की ऊंचाई और सागर की गहराई और लंबाई को कोई आज तक नाप नही पाया है।)
अगर आपको समंदर की और गहराई में जाना है, तो 443 मीटर में यह इतना गहरा हो जाता है, कि "स्टेट इंपायर बिल्डिंग" को उसमे पूरा खड़ा देंना। इसके अलावा 500 मीटर में दुनिया का सबसे बड़ा जीव यानी ब्लू व्हेल इस स्तर पर तैरता मिलता है। और तकरीबन 535 मीटर के आसपास इसमें इंपेरर पेंग्विंस पाए जाते हैं। और 830 मीटर में समुद्र इतना गहरा हो जाता है, कि दुबई की और दुनिया की सबसे उच्च इमारत बुर्ज खलिफा भी पूरी की पूरी समा जाय।
और वहीं 1000 मीटर तक समुद्र की गहराई को स्केरी झोंन कहा जाता है, क्योंकि अब इस गहराई के बाद तो सूर्य की रोशनी भी वहां तक नहीं पहुंच पाती। 1270 मीटर में लेदर बैक कछुआ मिलता है। वहीं 2000 मीटर तक के आसपास की गहराई में ब्लैक ड्रैगन फिश पाई जाती है। और कुल समुंद्र की अंदाजन गहराई 4267 मानी जाती है।
और जब आप 4267 की गहराई से और आगे यानी 6000 मीटर में जाएंगे तो वहा आपको हडाल जोन मिलेगा। और 6500 मीटर के नजदीक डीएसपी अलवाइन पनडु्बी तैरती है। लेकिन जब आप 10989 मीटर तक जाएंगे तो आपको पता चल पाएगा कि जेम्स कैमरन ने Deep Sea चैलेंज के तहत समुद्र की गहराई नापी थी।
आखिरकार 10994 मीटर को समुद्र की गहराई का अंतिम लेवल माना गया है। और उस गहराई को मरियाना ट्रेंच और चैलेंज डीप कहा जाता है। अतंतः अपने आपमें हैरानी कर देने वाली बात यह है, कि यह 10994 भी समुद्र की गहराई का आखिरी स्तर नहीं है।
क्योंकि इस खोज से जुड़ा कोई भी वैज्ञानिक अभी तक समुद्र का सिर्फ 5% गहराई का ही अनुमान लगा पाए हैं, और अभी भी बाकी के 95% गहराई का अनुमान लगाना बाकी है। जो हमारी और आपके कल्पना के परे है। और हम सोच भी नहीं सकते हैं कि वास्तव में समुंद्र कितना गहरा और विशाल है। यह आज भी एक Unsolved Mystery हैं।
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