AdSense क्या नए ब्लॉगर का दुश्मन है?


आज आपको इस ब्लॉग के माध्यम से यही समझाना चाहूंगा कि हर कोई नया ब्लॉगर जब अपना ब्लॉग बनाता है, तब चाहे उसका ब्लॉक वर्डप्रेस पर हो या गूगल के ब्लॉगर पर, उसके जीवन की सबआसेड़ी चाहत यही होती है, कि उसे जल्दी से ऐडसेंस का अप्रूवल मिल जाए बस और कुछ नही चाहिए भगवान से।


अब होती है, उसके आर्टिकल लिखने के सफर की शुरआत तो भाई तो नया है। इस जंग के मैदान में बड़े बड़े ब्लॉगरों की कमाई देखकर कूद तो गया है मैदान में लेकिन लड़ाई का ABC भी नहीं पता। 

उसी प्रकार से ब्लॉगिंग भी एक जंग का मैदान है। (मैं तो आज भी ब्लॉगिंग की तुलना एक जंग से करता हूं) उसे जानकारी तो होती नहीं है,की किस टॉपिक पर लिखा जाय और फिर क्या यहां वहां से कॉपी करके उसे तोड़ मोढ़कर अपने ब्लॉग पर 10 से 20 आर्टिकल लिखकर पब्लिश कर देता है, और सोचता है कि अब मुझे ऐडसेंस का अप्रूवल आसानी से मिल जाएगा और भाई यही अपनी सबसे बड़ी गलती कर बैठता है, और वह क्या करता है कि अपने वेबसाइट को ऐडसेंस के अप्रूवल के लिए भेज देता है।


और तब उस समय ऐडसेंस भी क्या करता है, की आपके द्वारा ऐडसेंस के अप्रूवल के लिए भेजी गई वेबसाइट को रिव्यू करके। Insufficient Content का हवाला देकर आपकी वेबसाइट को रिजेक्ट करके जवाब आपको आपके मेल पर भेज दे देता है कुछ इस तरह से।


अब क्या? तो ले भाई छा गया मातम सारी मेहनत गई पानी में किस्मत ही खराब है। ऐसा सब कुछ सोचने लगता है, ब्लॉगर, Adsense का जवाब आने के बाद जो कमियां Adsense द्वारा बताई जाती है। तो उसके लिए भाई इंटरनेट पर गूगल और यूट्यूब में उसका जवाब खोजने की कोशिश करने लगता है।

"कुछ दिन बाद फिर वह बंदा दूसरी बार बिना कुछ सोचे समझे अपने ब्लॉग को Adsense के पास रिव्यू के लिए भेजकर दिन भर अपना Gmail चेक करने लगता हैं। और अक्सर देखा गया है,की Adsense की ओर से जवाब हमेशा सुबह 5 से 7 की बीच आता है, यह में India के टाइम की बात कर रहूं।"

अब क्या हो गया की जो बंदा रोज सुबह 9 से 10 बजे सोकर उठता था। अब वह एडसेंस के चक्कर में सुबह ही उठ जाता है, और उठाते ही सबसे पहले क्या चेक करता है अपना Gmail की आज Adsense का अप्रूवल मिला की नहीं अगर मिल गया तो ब्लॉग सही सलामत और अगर नहीं मिला तो फिर दूसरे दिन का इंतजार ऐसा करके महीना दो महीना चार महीना छः मिहीने बीत जाते है।


जितना भी वो भाई सर्च करेगा अपनी समस्या को इंटरनेट पर उसकी समस्या उतनी ही बढ़ती चली जायेगी। अब वह अपनी वेबसाइट के SEO में या उसकी सेटिंग में लग जाएगा। एक बात ध्यान देने वाली हैं,की यह सब करने के चक्कर में उसका जो मुख्य उद्देश्य था अपने ब्लॉग पर आर्टिकल लिखना वो तो बहुत पीछे छूट गया।


एक बात सुनकर और देखकर इतना हसी आती है,की इंटरनेट पर कुछ बंदे Backlink बेचते है। रू. 300 से 500 तक दूसरो को क्या बोलूं मैं खुद फस गया था एक बार खरीद तो लिया पर उससे Benifit में क्या मिला ठेंगा 👍। एक बार तो एक बंदे मुझे Wordpress का All in One SEO बेच दिया था 300 रुपए में वो भी लाइफटाइम के लिए। मेरी भी गलती नहीं थी तब मैं नया था इस फील्ड में अच्छे बुरे की समझ नहीं थी। यह तो हो गई मेरी आपबीती थी शायद आपके साथ भी कभी ऐसा कुछ हुआ होगा।

अब आते है, अपने असली मुद्दे पर और अपने समस्या का समाधान ढूढते ढूंढते यह तो भूल गए की हमे आर्टिकल भी लिखना है, जिसके लिए हमने यह ब्लॉग तैयार किया था। सोचो यह सब हमारे साथ क्यों हो रहा है, क्यों की हमे क्या नहीं मिला Adsense का अप्रूवल।

अंततः ऐसे में सफल वही होगा जो मेहनत करता रहेगा। और जो सिर्फ पैसा कमाने के उद्देश्य से ब्लॉग पर आए थे वो थक हारकर ब्लॉगिंग को हमेशा के लिए बाय बाय कह कर निकल लेते की यह अपने बस का नही है। यह भी वजह क्या बनी Adsense.


"मैं तो सिर्फ एक ही बात जानता हूं, SEO फेसियो कुछ नहीं होता है।  Only Content is King । बाकी कुछ नही सब Myth हैं।

इसलिए Google से मेरी Humble Request है, की अगर ऐडसेंस का अप्रूवल नए ब्लॉगरों को भी मिलने लगे तो वो भी बेचारे मेहनत करते रहेंगे और ब्लॉगिंग को बीच में छोड़कर नहीं जायेंगे।

यह छोटा सा लेख आपको कैसा लगा नीचे comment बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।..धन्यवाद 🙏






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