सन 1518 में आई नाचने वाली बीमारी प्लेग जो आज भी है रहस्य ?


आज से कई वर्षो पूर्व 1518वीं शताब्दी में रोमन शहर से एक ऐसी हैरान कर देने नाचने वाली बीमारी सामने आई जिसे वहां के लोगों ने “Dancing Plague” का नाम दिया और उस समय की इस रहस्यमई बीमारी को आज तक कोई भी समझ या सुलझा नहीं पाया की यह क्या थी। उस समय वहां के तकरीबन 400 लोग जो एक रोमन शहर में रहते थे।


एक दिन उन लोगो ने अचानक से नाचना शुरु कर दिया जो करीब एक महीने तक लगातार बिना रुके नाचते ही रहे वहां के कुछ स्थानिक लोगों ने इन्हें रोकने की बहुत कोशिश की लेकिन उनापर उसका कोई असर नहीं हुआ। नाचते नाचते उनमें से अधिकतर लोग थकान के कारण दिल का दौरा पड़ने तथा खून की नसे फटने से मर गए। यह बीमारी आज तक एक अनसुलझी रहस्य ही बनी हुई है।

वे लोग अगर एक बार नाचना शुरू कर दिए तो सिर्फ उनकी मौत ही उनका यह Dance रोक पाती थी। शहर के अंदर चल रही इस प्रकार की अराजकता से शहर के अमीर लोग काफी नाखुश थे। उन्होंने ऐसा निर्णय लिया की नाच रहे लोगों के इलाज के लिए स्थानीय डॉक्टर्स की एक टीम का गठन करके उनका इलाज किया जाय। डॉक्टरो ने इस बीमारी की वजह दिमाग में खून की बढती हुई मात्रा को माना और सलाह दी कि इस बीमारी का इलाज सिर्फ एक ही है, की कुछ भी करके इनके मस्तिष्क में बढ़ रहे खून के संचार की गति को धीमा किया जाए।


लेकिन उस समय आधुनिक सुविधा के आभाव में इस तरह का इलाज कर पाना वहां के डॉक्टरो के लिए संभव नहीं था। यह बात जब वहां के स्थानीय लोगों को समझ में आई कि डॉक्टर्स भी अब इस बीमारी से बचाने में उनकी कोई मदद नहीं कर सकते थे तब उन्होंने एक तरकीब सोची की क्यों ऐसे नाच रहे लोगो को गांव से दूर रखा जाय ताकि बाकी लोगो पर इस बीमारी का असर ना पढ़ सके।

इस प्रकार से चल रहे रहस्मयी जश्न में उस समय अंदाजन 400 लोगों ने हिस्सा लिया और यह कहा जाता है, कि ऐसे नाचने की वजह से प्रतिदिन किसी ना किसी की जान जाती थी। लेकिन इन आंकड़ों में कितनी सच्चाई है, इसके कोई पुख्ता सबूत नही है, किसी के पास।

यह किताब किसने लिखी? 

इतिहासकारों ने इन सभी दावों का जो सबसे ज्यादा विश्वसनीय साधन माना है, वह लेखक "John Waller" की लिखी किताब है, जिसका नाम "A Time to Dance A Time to Die–The Extraordinary Story of the Dancing Plague of 1518" है। हालाँकि इस घटना का उल्लेख और भी कई इतिहासकारों ने अपने अपने लिखे गए आर्टिकल में किया है।


उस समय इस बीमारी से जुड़ा कोई ठोस कारण अब तक तो सामने नहीं आया। लेकिन आधुनिक विज्ञान की सहायता से इस रहस्यमयी घटना के पीछे की वजह जानने की लोगों ने कई तरह की कोशिश की गई जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं।


कुछ जानकार लोगों का तो यह भी मानना है, कि इस प्रकार डांस करने वाले पीड़ितों ने अनजाने में मानसिक बीमारी पैदा करने वाले किसी रासायनिक दवाओं का सेवन कर लिया होगा। जिसकी वजह से यह सब हुआ हो। लेकिन यह सिर्फ अंदाज है।

कुछ लोगों ने तो इस घटना को किसी बुरी आत्मा यानी भूत प्रेत का प्रकोप माना तो किसी ने इसे भगवान द्वारा दिया गया श्राप। लेकिन यह अभी तक एक राज ही बना हुआ है,की सन: 1518 में स्ट्रासबर्ग की उस सुबह उन लोगों के साथ ऐसा क्या हुआ था की वो अचानक सड़कों पर पागलों की तरह नाचने लगे थे। यह घटना आज भी पूरी दुनिया के लिए एक अनसुलझा रहस्य बना हुआ है।
इस बीमारी का रहस्यमय तरीके से हुआ अंत...
इतिहासकार जॉन वालेर ने अपनी इस किताब "A Time to Dance A Time to Die–The Extraordinary Story of the Dancing Plague of 1518"  ने इस पूरी घटना को बहुत ही विस्तार से लिखा है। उनके अनुसार, जिस तरह से लोग एक के बाद एक डांस करने के लिए राजी हो रहे थे। उसे देखकर लगा था कि यह कोई विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की जा रही हो।

बहरहाल 1518 में जो स्ट्रासबर्ग में हुआ, वह ऐतिहासिक था। उस तरह का ‘Dancing Plegue’ न तो पहले कभी हुआ था, न ही भविष्य में कभी हुआ!
Dancing Plegueजिस तरह से शुरू हुआ था उसी तरह रहस्यमय तरीके से समाप्त भी हो गया।  लेकिन अब तक यह एक Unsloved Mystery ही बना हुआ है की ऐसा क्यों हुआ था।
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