गाड़ी के पीछे वाले शीशे पर पतली-पतली लाइन क्यों बनी होती है?


क्या आप यह बात जानते है, की अक्सर कुछ ऐसी लग्जरी कार का जो सबसे लोकप्रिय मॉडल होता है, उसके पीछले हिस्से वाले कांच पर कंपनी द्वारा कुछ पतली पतली रेखाएं बनाई गई होती है। तो क्या आपको पता है, कि यह की पतली लाईन क्या है? उसे कार बनाने वाली कंपनी ने क्या सोचकर और क्यों बनाया होगा और क्या यह सिर्फ एक डिजाइन भर सीमित है, या इसके और भी कुछ फायदे है? 



वैसे आपको बता दूं कि अगर ये सिर्फ एक डिजाइन भर होता तो हर कार बनाने वाली कंपनी इसे अपने हिसाब से डिजाइन करके अपनी कार के शीशे पर लगाती लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। इसलिए सभी सामान्य कारों में इस प्रकार की डिजाइन नहीं होती है।

अब चलिये जानते है,की इसके पीछे क्या टेक्नोलॉजी है, और वह कैसे काम करती है।

आपको अधिक जानकारी के लिए बता दूं, की कार के पिछले शीशे पर बनी इन लाइन को अंग्रेजी में Defogger line कहते है। हिंदी में क्या कहते है, पता नहीं आप गूगल कर सकते है।😀 


देखा जाय तो Defogger का मतलब उसके नाम में ही छुपा है। जैस:  De यानी हटाना और Fogg यानी धुंध समझ गए।

तो आपको बता दे की यह सिर्फ एक डिजाइन तक सीमित नहीं है, बल्कि इंजीनियरों द्वारा बनाया गया एक अनोखे इंजीनियर का नमूना है। ये जो लाइन होती है, वह एक प्योर मेटल से बनाई गई होती है। अब आप सोचते होंगे की इसका क्या उपयोग है।

हमेशा बारिश के मौसम या ठंड के दिनों में कोहरे के दौरान कार का जो पीछे वाला शीशा होता है, उस पर बारिश या अधिक कोहरे की वजह से धुंध जम जाती है। जिसकी वजह से कार चला रहे चालक को पीछे का कुछ भी दिखाता है। जिससे दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है।


तो ऐसी स्थिति में शीशे पर लगे इन डिफोगर को गाड़ी में लगे बटन से स्टार्ट कर दिया जाता है, स्टार्ट करने के बाद वह मेटल गर्म होने लगता है। और उस गर्मी की वजह से कुछ ही समय में उसपर लगी पानी की बूंदे या धुंध पिघलकर गिर जाती है। जिससे पीछे वाला कांच बिलकुल साफ़ होकर उससे क्लियर दिखाई देने लगता है।

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